नई दिल्ली। दिल्ली में नई सरकार बनने के बाद अब दिल्ली नगर निगम में भी भाजपा का राज होगा। वर्ष 2022 में हुए दिल्ली नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी ने बहुमत हासिल कर एमसीडी की सत्ता में काबिज हुई थी। मगर तीन साल बाद अब एमसीडी में सर्वोच्च पद महापौर चुनाव से आम आदमी पार्टी पीछे हट गई है। बहुमत नहीं होने की आशंका देख आम आदमी पार्टी इस बार चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। ऐसे में एमसीडी में अब बीजेपी का मेयर और डिप्टी मेयर बनना तय हो चुका है। सोमवार को मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए नामांकन भरने का अंतिम दिन है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने एमसीडी में नेता विपक्ष सरदार राजा इकबाल सिंह को मेयर पद के लिए प्रत्याशी होने का ऐलान किया तो वहीं डिप्टी मेयर पद के लिए बीजेपी पार्षद जयभगवान यादव प्रत्याशी होंगे। आम आदमी पार्टी के एमसीडी मेयर चुनाव लड़ने से मना करने के बाद अब इनका चुना जाना तय है। राजा इकबाल सिंह विभाजित नगर निगम उत्तरी दिल्ली में मेयर रह चुके हैं।
मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए नामांकन दाखिल
दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी के मेयर पद के उमीदवार राजा इकबाल सिंह और डिप्टी मेयर उम्मीदवार जय भगवान यादव ने निगम कार्यालय में नामांकन दाखिला किया। इस मौके पर केंद्रीय राज्यमंत्री हर्ष मल्होत्रा, सांसद योगेश चंदोलिया, सांसद कमलजीत सेहरावत, शाहदरा साउथ जोन के अध्यक्ष संदीप कपूर कई भाजपा पार्षद मौजूद रहे। बतादें कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर पद का चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है, ऐसे में राजा इकबाल सिंह और जय भगवान यादव की निर्विरोध जीत है। मेयर और डिप्टी मेयर पद के लिए चुनाव में वोटों के समीकरण को देखा जाए तो दोनों पदों पर बीजेपी का कब्जा करीब-करीब तय है। मेयर के चुनाव में निगम पार्षदों के अलावा दिल्ली के विधायक और सांसद भी वोट डालते हैं। पिछले दिनों दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने मेयर चुनाव में भाग लेने वाले विधायकों के नाम की घोषणा की थी, जिनमें कुल 14 विधायक के नाम शामिल थे, इनमें से 11 बीजेपी के वह तीन विधायक आम आदमी पार्टी के चुने गए थे, जो निगम के सदस्य के तौर पर वह मेयर चुनाव में भी वोट डालने सकते हैं। मेयर का चुनाव जीतने के लिए इस समय बीजेपी के पास पूर्ण बहुमत है निगम पार्षदों, सांसदों और विधायकों के वोटो को मिलाकर देखा जाए तो इस समय बीजेपी के 135 और आम आदमी पार्टी के कुल 119 वोट होते हैं। कांग्रेस के भी आठ निगम पार्षद हैं। एमसीडी में 12 सीटें खाली हैं, क्योंकि 11 पार्षद विधायक और एक सांसद चुने जा चुके हैं।
मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में कांग्रेस ने उतारा प्रत्याशी
दिल्ली नगर निगम के मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव में आम आदमी पार्टी के हिस्सा नहीं लेने के ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अपने निर्विरोध जीत के लिए आश्वस्त थे, लेकिन अब भारतीय जनता पार्टी को चुनाव का सामना करना पड़ेगा। दरअसल कांग्रेस की तरफ से मेयर और डिप्टी मेयर पद का चुनाव लड़ने का ऐलान के बाद कांग्रेस से मेयर प्रत्याशी मनदीप सिंह और डिप्टी मेयर प्रत्याशी आरिबा ने नामांकन दाखिल कर दिया है। हालांकि कांग्रेस के उम्मीदवारों के नामांकन दाखिल करने के बाद भारतीय जनता पार्टी को मेयर और डिप्टी मेयर के चुनाव में चुनौती नहीं मिलने वाली है। भारतीय जनता पार्टी के पास बहुमत का आंकड़ा है,जबकि कांग्रेस के पास कुछ ही पार्षद बचे है।
हर वर्ष होता है चुनाव
बता दें कि प्रत्येक वर्ष शुरू होने वाले वित्तीय वर्ष की पहली बैठक में मेयर का चुनाव होता है, जो अप्रैल माह में ही होती है। इस बार 25 अप्रैल को एमसीडी सदन की बैठक बुलाई गई है। मेयर चुनाव होने तक मौजूदा मेयर के नेतृत्व में भी चुनाव होता है। वर्तमान आम आदमी पार्टी के पार्षद महेश खींची इस पद पर काबिज हैं और चुनाव तक वही कार्यरत रहेंगे। दिल्ली में प्रत्येक पांच साल में एमसीडी का चुनाव होता है, जबकि मेयर का चुनाव प्रत्येक वर्ष होता है। आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता व विधानसभा में नेता विपक्ष आतिशी ने कहा कि वह जोड़-तोड़ की राजनीति में विश्वास नहीं करते, इसलिए इस बार मेयर चुनाव में पार्टी ने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। इस पर बीजेपी विधायक अजय महावर ने हमला बोला है और उन्होंने आतिशी से पूछा है कि क्या आपके सभी पार्षद, विधायक बिकाऊ हैं क्या, उन्होंने कहा कि एमसीडी में जिस कदर आने के बाद आम आदमी पार्टी भ्रष्टाचार में डूब गई इसी का नतीजा है कि अब यह इनके हाथ से चली गई।