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दिल्ली को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए कार्यक्रम का आयोजन
By Virat baibhav | Publish Date: 21/5/2025 8:13:33 PM
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली को प्लास्टिक मुक्त शहर बनाने के लिए बुधवार को ‘प्लास्टिक फ्री पब्लिक स्पेस’ विषय पर एक मेगा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, खेल एवं युवा मंत्रालय तथा राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के सहयोग से दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) में इस कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर बोलते हुए विधान सभा के अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली प्रतिदिन 11,000 टन से अधिक कचरा उत्पन्न करती है, जिसमें लगभग 1,100 टन प्लास्टिक शामिल है। उन्होंने एमसीडी द्वारा किए जा रहे सक्रिय प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि इस प्लास्टिक कचरे में से लगभग 858 टन या तो पुनर्चक्रित किया जाता है या ऊर्जा उत्पादन के लिए सह-प्रसंस्करण किया जाता है। उन्होंने कहा कि यह सही दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है फिर भी, हमें और अधिक प्रयास करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि यह प्लास्टिक प्रदूषण के विरुद्ध हमारी लड़ाई की केवल शुरुआत है। इस बढ़ती हुई चुनौती से निपटने के लिए यह आवश्यक है कि हम सब मिलकर व्यापक और एकजुट प्रयास करें प्लास्टिक को अपने दैनिक जीवन से समाप्त करें और प्रभावी निपटान तंत्र विकसित करें। उन्होंने देश के युवाओं, नागरिकों, आरडब्ल्यूए और एनजीओ से इस संघर्ष में एकजुट होकर भाग लेने की अपील की। इस कार्यक्रम में छात्रों, गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ), नगर निकाय अधिकारियों और पर्यावरण क्षेत्र से जुड़े हितधारकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों के रूप में दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता, उपमहापौर जय भगवान यादव, एमसीडी आयुक्त अश्विनी कुमार, अतिरिक्त आयुक्त जितेन्द्र यादव और एल. डी. मेघवाल, रोहिणी व नरेला जोन के उपायुक्त व निगम के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरुआत ‘मेरा युवा भारत के परिचय से हुई, जो युवाओं को सशक्त बनाने और उनके सपनों को ‘विकसित भारत’ के निर्माण में बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। माय भारत पोर्टल पर पंजीकरण के बाद दीप प्रज्वलन और डॉ. रूबी माखिजा द्वारा प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन और श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों पर एक प्रस्तुति दी गई। उन्होंने स्टूडेंट बनाम प्लास्टिक टूलकिट की भी जानकारी दी। 100 डेज टू बीट प्लास्टिक नामक एक शॉर्ट वीडियो ने प्लास्टिक अपशिष्ट को समाप्त करने की तात्कालिकता और सामूहिक जिम्मेदारी को रेखांकित किया। इस कार्यक्रम की प्रमुख विशेषता रीसायकल्ड प्लास्टिक मेला व्हाई वेस्ट वेडनेसडे का अनावरण, जिसमें प्लास्टिक कचरे को दोबारा उपयोग में लाने के नवीन तरीकों को प्रदर्शित किया गया। डॉ. माखिजा ने व्हाई वेस्ट वेडनेसडे फाउंडेशन और परियोजना विकल्प के बारे में बताया, जिसका उद्देश्य प्लास्टिक बैग्स के विकल्प प्रदान करना है। उपमहापौर जय भगवान यादव ने कहा कि प्लास्टिक अपशिष्ट आज के समय का एक गंभीर संकट है, जिसके लिए आधुनिक समाधान आवश्यक हैं। मुझे गर्व है कि दिल्ली के युवा इस परिवर्तन के नायक बन रहे हैं। एमसीडी इस प्रकार के समुदाय-आधारित अभियानों को पूर्ण समर्थन देता रहेगा।